
● नाथ कॉरिडोर परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश
● निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा
● जनप्रतिनिधिगण अपने क्षेत्र में प्रस्तावित कार्यों की सतत निगरानी करें
(पंच पथ न्यूज़) बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को जनपद बरेली में जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ विकास कार्यां की मण्डलीय समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने नाथ कॉरिडोर परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरेली मण्डल में इण्टर स्टेट कनेक्टिविटी को बेहतर करने की आवश्यकता वाले सभी कार्यों को जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा के आधार पर पहले चरण की कार्ययोजना में शामिल किया जाए। लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित कार्यां में तेजी लायी जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सबकी जवाबदेही तय की जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अधिकारीगण किसी भी परियोजना के प्रस्ताव से पहले जनप्रतिनिधियों से विचार-विमर्श अवश्य करें तथा उनके अनुभवों और क्षेत्रीय इनपुट्स को नीति निर्धारण का आधार बनायें। केवल योजनाएं बनाना ही हमारा लक्ष्य नहीं होना चाहिये। उनका समयबद्ध और जमीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। शासन की मंशा हर योजना को ठोस परिणामों तक पहुंचाने की है। कार्यां में तकनीक का प्रभावी ढंग से उपयोग करें। उन्होंने नगर विकास विभाग को निर्देशित किया कि किसी भी परियोजना का प्रस्ताव तैयार करने से पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियों का मार्गदर्शन अनिवार्य रूप से लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधिगण जनोपयोगी कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता दें। वह अपने क्षेत्र में प्रस्तावित कार्यों की सतत निगरानी करें और स्थानीय जनभावनाओं के अनुरूप योजनाओं को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
बैठक में मुख्यमंत्री को जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तावित विकास कार्यां से अवगत कराया गया। इनमें ब्लॉक मुख्यालय की सड़कें, अन्य सड़कें, धार्मिक स्थलों तक पहुंच मार्ग, रोड सेफ्टी उपाय, बाईपास, अण्डरपास, आर0ओ0बी0, फ्लाईओवर, सेतु, लघु सेतु, सिंचाई से सम्बन्धित विभिन्न कार्य शामिल हैं। इन कार्यां से क्षेत्र की भौगोलिक चुनौतियां दूर होंगी तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी।
बैठक में आधुनिक सैटेलाइट फ्लाईओवर को वाईशेप में बनाये जाने, पीलीभीत बाईपास को 04-लेन में बदले जाने को मंजूरी दी गई। इससे पीलीभीत रोड की ओर आवागमन सहज और दुर्घटना मुक्त हो सकेगा। सुभाषनगर अण्डरपास को प्राथमिकता में शामिल किया गया। इससे शहर के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने में सहूलियत होगी। पवन विहार कॉलोनी के पीछे हरूनगला से लेकर नागदेवता मंदिर तक नई सड़क के निर्माण को स्वीकृति दी गयी। यह मार्ग धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र की कनेक्टिविटी को भी और बेहतर बनायेगा।
इस अवसर पर वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जे0पी0एस0 राठौर, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास राज्य मंत्री ससंजय सिंह गंगवार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।