
जिला अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट का जिलाधिकारी ने किया उद्घाटन
● रेहान अंसारी
(पंच पथ न्यूज़) सीतापुर। जिला चिकित्सालय सीतापुर के ब्लड सेंटर में स्वास्थ्य सेवाओं को और सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए आज ब्लड सेपरेशन यूनिट का उद्घाटन जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने फीता काटकर किया। इस अत्याधुनिक यूनिट के शुभारंभ के साथ ही अब रक्तदान के बाद प्राप्त रक्त को उसके प्रमुख घटकों — प्लाज्मा, रेड ब्लड सेल्स (RBC), प्लेटलेट्स और क्रायोप्रेसिपिटेट्स — में अलग अलग किया जा सकेगा। इससे एक ही यूनिट रक्त से अधिक से अधिक जरूरतमंद मरीजों का उपचार संभव हो सकेगा। यानी एक ही ब्लड यूनिट से अनेकों कार्य हो सकेंगे।
ब्लड सेपरेशन यूनिट से मरीजों को होंगे ये फायदे:
◆ गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों को सटीक रक्त घटक मिलने से इलाज अधिक प्रभावी हो सकेगा।
◆ डेंगू, थैलेसीमिया, कैंसर, लीवर व किडनी फेलियर, सर्जरी के बाद, प्रसव जैसी स्थितियों में प्लेटलेट्स, प्लाज्मा या रेड सेल्स (RBC) की जरूरत पड़ती है — अब इन्हें अलग-अलग रूप में देना संभव होगा।
◆ एक यूनिट खून से चार अलग-अलग तरह के मरीजों का उपचार हो सकता है, जिससे रक्त की कमी की समस्या में काफी राहत मिलेगी।
◆ इमरजेंसी में समय रहते मरीज को आवश्यक घटक मिल जाने से जान बचाई जा सकेगी।
डॉक्टरों और ब्लड बैंक स्टाफ को मिलेंगी ये सहूलियतें:
◆ अब डॉक्टर हर मरीज की जरूरत के अनुसार सटीक घटक (Component Therapy) उपलब्ध करवा पाएंगे, जिससे ओवरलोडिंग या अनावश्यक रक्त चढ़ाने की जरूरत नहीं होगी।
◆ रक्त की बर्बादी रुकेगी और अधिक प्रभावशाली ब्लड मैनेजमेंट संभव होगा।
◆ गंभीर मरीजों को ICU व ट्रॉमा केयर में तेज और लक्षित उपचार मिल सकेगा।
◆ डॉक्टरों के लिए क्लिनिकल निर्णय लेना आसान होगा कि मरीज को सिर्फ प्लेटलेट्स चाहिए या RBC या प्लाज्मा।
“यह सुविधा गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगियों जैसे थैलेसीमिया, डेंगू, प्रसूति संबंधी जटिलताओं आदि में जीवन रक्षक साबित होगी। सीतापुर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।” : जिलाधिकारी अभिषेक आनंद
“इस यूनिट के माध्यम से प्रतिदिन 20 से 25 यूनिट रक्त को घटकों में विभाजित किया जा सकेगा। यह सुविधा एनएबीएच मानकों के अनुरूप विकसित की गई है, जो मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करेगी।” : मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० सुरेश कुमार
इसे ब्लड मैनेजमेंट के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताते हुए। उन्होंने कहा: “इससे ब्लड बैंक की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी, और हमें हर स्थिति में आवश्यक रक्त घटकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।” : डॉ० पवन वर्मा
कार्यक्रम में रेडक्रास सोसाइटी सीतापुर, संजीवनी संस्थान एवं दया फाउंडेशन के सहयोग से रक्तदान भी किया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ० सुरेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ० इन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ० सुनीता कश्यप, तथा प्रभारी अधिकारी रक्त केन्द्र डॉ० पूजा यादव समेत अन्य चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
यह पहल निश्चित रूप से सीतापुर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में नवाचार और संवेदनशीलता का एक बेहतरीन उदाहरण बनकर उभरेगी।