कस्बे की प्रसिद्ध दसवीं वर्षगांठ बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक कर दी गई

  • मुहम्मद अफ़ज़ल

खैराबाद, सीतापुर। हर साल की तरह इस साल भी खैराबाद कस्बे की प्रसिद्ध दसवीं वर्षगांठ, जिसे बुज़ुर्ग के पोते की वर्षगांठ भी कहा जाता है, हज़ारों लोगों की मौजूदगी में बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक कर दी गई। इस दौरान देश-विदेश से आए तमाम अकीदतमंदों ने वर्षगांठ देखी और अपनी अकीदत के फूल अर्पित किए। इस दौरान पुलिस विभाग द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम भी किए गए थे। राष्ट्रीय एकता और भक्ति की दृष्टि से खैराबाद की वर्षगांठ का विशेष महत्व है। खैराबाद में वर्षगांठ मनाने की यह परंपरा सैकड़ों साल पहले बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ शुरू हुई थी, जो आज भी पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ कायम है। हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के लोग इस वर्षगांठ में बड़ी श्रद्धा के साथ भाग लेते हैं। जिसके कारण इसे गंगा-जमनी सभ्यता का एक बेहतरीन उदाहरण भी माना जाता है। दसवीं का ताजिया सांप्रदायिक सौहार्द का भी एक ज्वलंत उदाहरण प्रस्तुत करता है। यह भी उसी जगह बनाया गया है जहां प्रसिद्ध बुढ़िया का ताजिया या 52 डंडेह ताजिया बनाया जाता है। और यह भी उसी रास्ते से कर्बला जाता है जिस रास्ते से 52 डंडेह ताजिया कर्बला जाता है। इस दौरान रास्ते में कई अन्य ताजिए भी रखे जाते हैं। इनमें मोहल्ला मियां सराय से हुसैनी कमेटी द्वारा निकाला गया ताजिया भी काफी अहम है। इस ताजिए की कमेटी ने मोहल्ला मियां सराय में लोगों के लिए काफी अच्छे इंतजाम किए थे। 10वीं का ताजिया जब मियां सराय पहुंचा तो इस कमेटी ने लोगों को बिरयानी और हलीम खिलाया। पानी और शर्बत का भी इंतजाम किया गया था। जैसे ही ताजिया वहां से आगे बढ़ा, मियां सराय का ताजिया भी उसमें शामिल हो गया। इसी तरह सभी ताजिए जुड़ते गए और यह कारवां काफी बड़ा हो गया। रास्ते भर लोग जुलूस निकालते नजर आए। कहीं बिरयानी बांटी जा रही थी, तो कहीं हलीम ताज़िया दिन भर घूमकर शाम को कर्बला पहुँची, जहाँ पहले से ही कई अकीदतमंद मौजूद थे। मगरिब की नमाज़ से पहले सभी ताज़िया कर्बला में दफ़न कर दिए गए। यह अपनी तरह का शायद इकलौता ताज़िया है जो मुहर्रम की 10वीं तारीख़ की बजाय 11वीं तारीख़ को कर्बला में दफ़न किया गया। इस दिन दुनिया भर से लोग खैराबाद स्थित कर्बला में इस ताज़िया की ज़ियारत करने आते हैं। और शुक्रवार को भी लाखों लोग कर्बला में जमा होते हैं।

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