SITAPUR : विद्यालय विलय के खिलाफ संगतिन और समता युवा मंच ने किया ज़ोरदार प्रदर्शन

  •  मर्जिंग रद्द करने के लिए मुख्यमंत्री को भेजा चार सूत्रीय ज्ञापन

(पंच पथ न्यूज़) सीतापुर। प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों की मर्जिंग के खिलाफ जिला मुख्यालय पर संगतिन किसान मजदूर संगठन ने विरोध प्रदर्शन कर रैली निकाली और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मर्जिंग रद्द करने की मांग की| सैकड़ों की संख्या में सडको पर उतरे लोगों ने नारेबाजी कर मर्जिंग का विरोध किया|

बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपते संगठन के पदाधिकारी

शहर के जीआईसी परिसर स्थित बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में संगतिन और समता युवा मंच के बैनर तले स्कूल मर्जिंग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में मिश्रिख, मछरेहटा, गोंदलामऊ, महोली समेत आठ ब्लाकों के संगतिन कार्यकर्ताओं सहित बंद होने वाले स्कूलों के बच्चों और उनके माता-पिता ने भी भाग लिया| विरोध प्रदर्शन के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी दो सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया| उसके बाद बच्चे चालीस हों या चार, सबको शिक्षा का अधिकार जैसे नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय तक रैली निकाली जिलाधिकारी कार्यालय में मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा गया| इस ज्ञापन में मांग की गयी कि स्कूल बंदी की प्रक्रिया रोकी जाय और विसंगति वाले विद्यालयों की मर्जिंग तुरंत कैंसिल हो| इसके साथ वैज्ञानिक सोच की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सभी बच्चों को मिले और प्राथमिक विद्यालय के सभी कर्मचारियों की नौकरी स्थायी की जाये| ज्ञापन सौंपने के बाद धरना स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए संगतिन संयोजक ऋचा सिंह ने कहा कि वर्तमान में प्राथमिक विद्यालयों में ज़्यादातर गरीब वर्ग के वही बच्चे पढ़ रहे हैं जो प्राइवेट स्कूलों की महंगी फीस वहन नहीं कर सके| स्कूल बंदी से कमज़ोर जातियों और गरीब वर्ग के बच्चे पढाई-लिखाई से वंचित हो जायेंगे| इन स्कूलों में काफी प्रयासों के बाद लड़कियों की संख्या बढ़ी है जो मर्जिंग के बाद स्कूल दूर होने से फिर कम हो जाएगी जिससे उनकी शिक्षा पर बुरा असर पड़ेगा|

इस अवसर पर समता युवा मंच के मुकेश भार्गव ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य एक बेहतर नागरिक का निर्माण है, यह बच्चों की शिक्षा पर खर्च नहीं बल्कि उज्जवल भविष्य हेतु निवेश है| सुरबाला और रामबेटी ने कहा कि दूर मर्ज किये गये स्कूलों के रास्ते सुनसान हैं और छोटे बच्चों को इन पर भेजना असुरक्षित है| कई गाँवों में बच्चों को हाईवे पार कर जाना पड़ता है जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है| कुलदीप कुमार ने मर्जिंग की विसंगतियों पर बोलते हुए कहा कि कई स्कूलों में ज्यादा बच्चे होते हुए भी उनको मर्ज कर दिया गया| उनके द्वारा बंद किये गये 95 स्कूलों में आ रही दिक्कतों पर एक रिपोर्ट भी बीएसए को सौंपी गयी| इस अवसर पर रामबेटी, जसना, जगन्नाथ, रामशरण, बिटोली, जमुना, पप्पू, राजाराम, रोहित, रामजीवन, कुलदीप कुमार, कौसर जहाँ, कमल किशोर, रामकुमार, केशकली सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे|

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