
- जिला अस्पताल, हायर सेंटर लखनऊ में छात्राओं का इलाज जारी
सीतापुर (पंच पथ न्यूज़) कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय, विकास खण्ड रेउसा में गुरुवार शुक्रवार के बीच रात में खाना खाने के बाद बच्चों को पेट मे दर्द उल्टी जैसे शिकायतें अचानक आने लगीं जिसके बाद बच्चों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेउसा ले जाया गया जहाँ से बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिलाधिकारी डॉ० राजा गणपति आर को जानकारी मिलते ही देर रात डीएम जिला अस्पताल पहुंच गए। जहाँ उन्होंने बच्चों का हाल जाना और बेहतर इलाज कराए जाने के निर्देश दिए।
08 बच्चों के बीमार होने के मामले की गम्भीरता के दृष्टिगत जिलाधिकारी डॉ राजा गणपति आर ने प्रकरण की जाँच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी है जिसमें मुख्य विकास अधिकारी (CDO) की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है जिसमें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एस.पी. सिंह एवं डा. सोनाली विश्वास को सदस्य के रूप में सम्मिलित किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए हैं कि उक्त जांच समिति स्थलीय एवं अभिलेखीय जांचकर अपनी स्पष्ट जाँच आख्या उनको 24 घण्टे के भीतर अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करे।
कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय, विकास खण्ड रेउसा में हुए 08 बच्चों के बीमार होने पर 1 बच्चे का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेउसा में उपचार कराया गया तथा 7 बच्चों को जिला चिकित्सालय सीतापुर रिफर किया गया। इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला चिकित्सालय सीतापुर ने बताया कि जिला चिकित्सालय, सीतापुर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, रेउसा, सीतापुर के 7 बच्चे दिनांक 11/12.12.2025 रात्रि लगभग 12:05 बजे सस्पेक्टेड फूड प्वाइजनिंग केस में भर्ती हुये थे, जिसमें 5 बच्चों का इलाज जिला चिकित्सालय सीतापुर में कराया जा रहा है। सभी बच्चों का स्वास्थ्य ठीक है। डा. राकेश कुमार श्रीवास्तव, बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा सभी बच्चो का उपचार किया जा रहा है। स्थिति सामान्य एवं नियंत्रण में है। 2 बच्चों को बेहतर उपचार हेतु हॉयर सेन्टर लखनऊ रिफर किया गया है। जिलाधिकारी डॉ राजा गणपति आर द्वारा रात्रि में ही जिला चिकित्सालय सीतापुर का भ्रमण कर बच्चों की कुशलक्षेम प्राप्त की गयी व बेहतर उपचार हेतु आवश्यक निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए गए।
तो वहीं विद्यालय प्रशासन का कहना है कि खाने में क्या दिक्कत थी यह अभी साफ नहीं हो सका है। खाने के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। फिलहाल जिला अस्पताल में भर्ती छात्राओं की स्थिति काफी सुधार बताया जा रहा है।



