
(पंच पथ न्यूज़)
सीतापुर। शहर के एक मोहल्ले में उस वक़्त अफरा तफरी मच गई जब अचानक वहाँ बुलडोज़र पहुँच गया। बुलडोज़र पहुँचते वहाँ मौजूद लोंगो में हड़कंप मच गया। सोमवार शाम को शहर के आलम नगर मोहल्ले में सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद नगर पालिका की टीम दल बल के साथ बुलडोज़र ले कर एक जर्जर हो चुके मकान को ध्वस्त करने पहुंच गई। जिसके बाद मकान मालिकों ने जम कर विरोध प्रदर्शन करने लगे लेकिन प्रशासन ने उनकी एक न सुनी। कार्यवाही के दौरान मकान में रह रहा परिवार रोते बिलखते सड़क पर आ गए और कार्यवाही का विरोध करने लगे।

इसके बाद परिवार ने प्रशासन व कार्यवाही कर रही टीम कर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें न तो पहले से कोई नोटिस दी गई और न हो कोई सूचना और न ही कोई वैध आदेश दिखाया गया। तो वहीं मकान में रहे रहे किरायेदार मुरारीलाल ने बताया कि वह इस मकान में 80 साल से रह रहे है। और इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई लंबित है। बावजूद इसके प्रशासन ने ज़बरदस्ती मकान पर बुलडोज़र चलवा दिया।
जर्जर हो चुके मकान को देखते हुए हादसे की आशंका-
तो वहीं मौके पर मौजूद नायाब तहसीलदार महेंद्र तिवारी ने यह स्पष्ट किया की यह कार्यवाही सिटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर हुई है। तो वहीं नगर पालिका की टीम का कहना है कि यह भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका था और किसी भी समय यह भवन गिर सकता था जिससे कि हादसे की आशंका बनी हुई थी। इसी के साथ यह भी बताया कि यह कार्यवाही स्थानीय लोगों और भवन मालिक के शिकायत पर की गई है।

महिला ने लगाए आरोप सड़क पर निकाला गया समान-
ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के दौरान मकान में रखा सारा सामान निकाल कर सड़क पर रख दिया गया। महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिना बात सुने सारा सामान ज़बरदस्ती घर से बाहर निकाल दिया गया। महिला सड़क पर रोते बिलखते रही।
इस पूरी कार्यवाही के दौरान प्रशासन, नगर पालिका व भारी पुलिस बल मौजूद रहा। ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के दौरान यह विषय लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है।