SITAPUR : ठीक करें बिजली व्यवस्था, नहीं तो बैठूंगा अनशन पर -सांसद राकेश राठौर

  • गरीबों पर सितम अमीरों पर रहम, बिजली विभाग का दोहरा चरित्र

● रेहान अंसारी

पंचपथ न्यूज़ सीतापुर। शनिवार को विकास भवन में सांसद राकेश राठौर ने बिजली विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई। यह बैठक क्षेत्र से लगातार मिल रही सांसद को शिकायतों के बाद बुलाई गई। इस बैठक में जनपद के लगभग सभी अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, अवर अभियंता समेत लोग मौजूद रहे। बैठक में सांसद ने बिजली अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई और काम न होने पर जवाब तलब किया। बिजली विभाग के मातहत मुह लटकाए नज़र आए। यह वही अधिकारी हैं जो फील्ड में जाते हैं तो आम गरीब जनता के सामने शेर बने घूमते हैं और रौब झाड़ते नज़र आते हैं। लेकिन आज सांसद की बैठक में सब भीगी बिल्ली बने रहे और सांसद के सवालों के जवाब नहीं दे पाए। सांसद ने क्षेत्र में बिजली न आने से ले कर जर्जर तारों और ध्वस्त हो चुकी बिजली व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए।

सांसद ने बड़े बिजली बकायदारों पर भी अधिकारियों से सवाल किए उन्होंने कहा कि आप माध्यम व गरीब उपभोक्ताओं पर सितम कर रहे हैं और टाउन के बड़े अमीरों पर क्यों रहम किया जा रहा है ? उन्होंने ने अधिकारियों को सूची देते हुए पूछा कि ये बड़े बकायेदार है इन पर क्यों रहम किया जा रहा है और इनसे वसूली क्यों नहीं कि जा रही ? क्या इसी लिए वसूली नहीं कि जा रही है कि उनको राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है ? आप उनकी चापलूसी करते हैं ? जबकि गरीब आम जनता छोटे बकायदारों पर आप लगातार दबाव बना रहे हैं। उनको परेशान करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा आप इस पर भी तो कार्यवाही करें। पंच पथ को मिली जानकारी के अनुसार सूची में लगभग 200 लोगों के नाम हैं जो बड़े उपभोक्ता बकायेदार हैं।

इस बैठक में सांसद ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर जनता द्वारा लगाए जा रहे कई गंभीर आरोपों पर भी जवाब तलब किये। एसडीओ से ले कर जेई तक सबको सांसद ने आड़े हाँथो लिया। सांसद ने कहा कि गरीब आम जनता इस गर्मी में हाल बेहाल है चैन से सो नहीं पा रही है। उसको बिजली नहीं मिल रही है और कई कई घंटे बिजली आखिर क्यों गायब हो रही है ? बिजली व्यवस्था आखिर क्यों ध्वस्त हुई पड़ी है ऐसे कई गंभीर सवाल सांसद ने खड़े किए। इस मौके पर सांसद के प्रतिनिधि ने भी कई समस्याएं गिनाई। सांसद बैठक में कई अवर अभियंताओं की कार्यशैली पर मुखरता से बोले और जनता द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को भी उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाए।

सबसे ज़्यादा जिस बात की शिकायत आई वह अधिकारियों और कर्मचारियों के फोन न उठाने की पूरब से ले कर पश्चिम और उत्तर से ले कर दक्षिण तक सबसे ज़्यादा लोगों की यही शिकायत है कि जनपद में अधिकारियों के फोन नहीं उठते। इस पर सांसद ने कहा कि अगर आप फोन न उठा पाएं तो कम से कम कॉल बैक करें। उन्होंने कहा कि हम जनता के सेवक हैं जनता कर लिए कार्य करते हैं उनका फोन नहीं उठाएँगे तो फिर किसका उठाएंगे ? सांसद प्रतिनिधि महेंद्र यादव ने जनपद के एक एसडीओ पर आरोप लगाए की क्षेत्र की एक समस्या को ले कर मैं एसडीओ के पास गया। समस्या बताई तो कहने लगे कार्य के लिए निधि से पैसा ले आओ काम हो जाएगा। इस बात पर सांसद खासा नाराज़ दिखे। बैठक में अधिकारियों पर यह भी गंभीर आरोप लगे कि जनता के काम के लिए अधिकारी पैसे की मांग करते हैं। प्रतिनिधि ने बताया कि अगर पोल लगवाना है तो बिजली विभाग के अधिकारी हज़ारों रुपये की डिमांड करते हैं।

सब से ज़्यादा सांसद भवानीपुर के एक अवर अभियंता पर नाराज़ दिखे भरी सभा में अवर अभियंता को सांसद ने जम कर फटकारा। जेई पर पैसे ले कर कार्य करने और लोगों से दुर्व्यवहार जैसे गंभीर आरोप लगे। इस पर भवानीपुर अवर अभियंता के साथ साथ संसदीय क्षेत्र के कई अन्य अवर अभियंताओं के खिलाफ सांसद ने उच्चाधिकारियों को शिकायत नोट करवाया और कड़े शब्दों में कहा कि उपभोक्ताओं के प्रति अपनी कार्यशैली सुधारो ऐसे काम नहीं चल पाएगा। इस दौरान एक अवर अभियंता सांसद को पलट कर जवाब देते भी नज़र आए जिस पर उच्चाधिकारी ने उनको इशारा कर के बैठाल दिया।

अब देखना यह होगा कि इस बैठक और सांसद की इस कड़ी फटकार का असर बिजली विभाग पर कब होगा और कब तक रहेगा है ? लेकिन इसका असर तब ही होगा जब उसी फुर्ती के साथ बिजली विभाग काम करता नज़र आए।

सांसद ने निषाद समाज के लोगों की उठाई आवाज़-

सांसद ने बिजली अधिकारियों के संज्ञान में लाया की निषाद समाज के ज़्यादातर लोग मछली पालन का काम करते हैं और सांसद ने कहा मछली पालन के इस्तेमाल में होने वाली बिजली उपयोग पर कमर्शियल मीटर लगे हुए हैं जिससे इन लोगों को ज़्यादा बिजली बिल चुकाना पड़ रहा है। जबकि यह सरासर गलत है। उन्होंने कहा इसको कृषि कनेक्शन के अंतर्गत होना चाहिए जो कि इसका नियम है। सांसद ने कहा कि आप नियमों की अनदेखी कर रहे हैं और गरीब मज़लूमों से गलत और ज़्यादा वसूली कर रहे हैं। सांसद ने बिजली अधिकारियों पर आरोप लगाया कि आप इस समाज से गलत तरीके से और ज़्यादा पैसा वसूल रहे हैं। उन्होंने सभी मछ्ली पालन के वहां लगाए गए बिजली मीटरों को कृषि कनेक्शन के अंतर्गत करने के लिए उच्चधिकारियों को पत्र सौंपा और कहा जल्द से जल्द सभी मीटर दुरुस्त कर उनको कृषि कैटेगिरी के अंतर्गत लाए जाएं जिससे उनका मछली पालन कार्य के लागत में कमी आएं और उनका व्यसाय सुगम तरीके से चलता रहे।

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