
(पंच पथ न्यूज़) सीतापुर। शिक्षा बचाओ अभियान के अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के हजारों स्कूलों को बंद करने के विरोध में शक्ति अभियान सीतापुर टीम के साथ बुधवार को जनपद में कार्य कर रही तमाम संस्थाओं और आंदोलनों के प्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारी को कांग्रेस शहर अध्यक्ष शिशिर बाजपेयी ने ज्ञापन सौंपा। शिशिर ने यह सवाल उठाया कि स्कूल मर्जिंग की वजह से सबसे अधिक बच्चियों की पढ़ाई बाधित होगी और सरकार का यह फैसला शिक्षा का अधिकार कानून का सीधा – सीधा उल्लंघन करता है, उन्होंने यह भी कहा कि जिसमें बच्चों को 1 से डेढ़ किलोमीटर के अंदर स्कूल खोलने की बात की गई है। यह बात भी रखी गई कि गरीब के बच्चे स्कूल बंद होने से अशिक्षित होंगे तो उनका भविष्य अंधकारमय होगा। उन्होंने बताया कि स्कूलों के बंद होने से शिक्षा मित्रों और स्कूलों में मिड – डे – मील कार्यरत रसोइयों के रोजगार छिन जाएगा। 1 लाख 35 हजार सहायक शिक्षक, 27000 प्रधानाध्यापक के भी पद खत्म हो जाएंगे जिससे बेरोजगारों की संख्या और बढ़ेगी। और उनके परिवारों का क्या होगा । दूरी बढ़ने पर बच्चों पर इसका सबसे ज्यादा असर यह होगा कि बच्चे मिड डे मील के अभाव में वापस में कुपोषित हो जाएंगे। ज्ञापन सौंपते वक़्त यह सभी बाते कहीं गई।
ज्ञापन में मुख्य रूप से यह मांग की गई की सरकारी स्कूलों की बंदी पेयरिंग को तुरंत रोका जाए । राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किए गए वादे के अनुसार शिक्षा पर जीडीपी का 6% खर्च सुनिश्चित किया जाए और शिक्षा बजट में बढ़ोतरी की जाए । वैज्ञानिक सोच की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा किताब, बैग,छात्रवृत्ति और यूनिफॉर्म नियमित उपलब्ध कराया जाए। दोपहर का भोजन मिड- डे- मील गुणवत्तापूर्ण किया जाए और उसका समय – समय पर निरीक्षण किया जाए । स्कूलों के सभी कर्मचारियों की नौकरी स्थाई की जाए ।शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी और ईमानदारी से की जाए। स्कूलों में आधुनिक और वैज्ञानिक सोच की शिक्षा सुनिश्चित की जाए इसके लिए स्कूलों की जवाबदेही तय की जाए। गतिविधि में शक्ति अभियान टीम के साथ विभा सिंह, शिशिर बाजपेई, रिजवान खान शोभित अवस्थी अनुपम बाजपेई,संगतिन किसान मजदूर यूनियन से कुलदीप , मजदूर किसान मंच, घाघरा कॉटन मुक्ति मोर्चा से श्रीराम यादव, हमसफर संस्था से बीना पांडे,नागरिक अधिकार संगठन से रामलली, वादा फाउंडेशन से ज्योति भारती, शर्मावती,वंचितों की आवाज सुनो ने प्रतिभागिता की।