
(पंच पथ न्यूज़) सीतापुर। स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों पर अब शासन ने सख्त रुख अपनाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में गुरुवार को जिले में तैनात दो चिकित्सकों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गईं। इस कार्रवाई की जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की।
सेवाएं समाप्त किए गए डॉक्टरों में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्वेता सिंह और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विक्रांत आनंद शामिल हैं। दोनों पति-पत्नी सीएचसी मिश्रिख में तैनात थे। सीएचसी अधीक्षक डॉ. प्रखर श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों चिकित्सक लंबे समय से बिना सूचना दिए ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहे थे।लगातार शिकायतों और स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहे नकारात्मक असर को देखते हुए यह मामला शासन स्तर तक पहुंचा। जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन ने दोनों डॉक्टरों को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्पष्ट किया कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुविधा और जनहित सर्वोपरि है, ऐसे में अनुपस्थित और लापरवाह चिकित्सकों पर कठोर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
तो वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० सुरेश कुमार ने बताया कि पिछले करीब 6 माह से दोनों डॉक्टर बिना कोई सूचना दिए गायब चल रहे थे जिसके चलते इनके खिलाफ लगातार कार्यवही की जा रही थी और अब इनकी सेवा समाप्त कर दी गई हैं।
इस कार्यवाही से यह तो स्पष्ट है कि मामला संज्ञान में आते ही उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तत्काल कड़ी कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मज़बूत करने में लगे हैं।