SITAPUR : स्वतंत्रता संग्राम में अल्लामा फ़ज़ल हक़ के योगदान को किया याद, लाइब्रेरी स्थापित करने का प्रस्ताव

(पंच पथ न्यूज़) सीतापुर, खैराबाद। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी भूमिका निभाने वाले महान विद्वान और स्वतंत्रता सेनानी अल्लामा फ़ज़ल हक़ ख़ैराबादी की याद में रविवार को खैराबाद में एक भव्य सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य विषय अल्लामा के साहित्यिक, धार्मिक और राजनीतिक योगदान को नई पीढ़ी तक पहुँचाना रहा।

इस मौके पर पेश इमाम ऐशबाग, लखनऊ खालिद रशीद फिरंगी महली मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर जिलाधिकारी खालिद अंजुम को भी आना था, लेकिन प्रशासनिक व्यस्तताओं के चलते वे शामिल नहीं हो सके। उन्होंने कार्यक्रम समिति को संदेश भेजकर खेद व्यक्त किया और अल्लामा की कुर्बानियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

सेमिनार में सुहेल वहीद अंसारी (पूर्व सहायक निदेशक सूचना विभाग) मस्त हफ़ीज़ रहमानी राष्ट्रपति सम्मानित, फरीद बिलग्रामी, मास्टर आदिल अंसारी, मौलाना आफ़ताब आलम नदवी, कारी सलाहुद्दीन और पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रेम त्रिपाठी सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे। सभी ने अल्लामा की जिंदगानी और उनके संघर्ष को याद करते हुए उन्हें हिंदुस्तान की आज़ादी का सच्चा रहनुमा बताया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए खालिद रशीद फिरंगी महली ने सुझाव दिया कि अल्लामा फ़ज़ल हक़ ख़ैराबादी के नाम से एक ट्रस्ट का गठन कर एक लाइब्रेरी स्थापित की जाए, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ उनके विचारों से रूबरू हो सकें।

नोमान सिद्दीकी ने कहा सेमिनार का मुख्य उद्देश्य यह था कि जिन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान की, उन्हें उनकी जन्मभूमि पर सम्मान के साथ याद किया जाए और उनकी विरासत को संजोया जा सके।

इस आयोजन की समिति में नोमान सिद्दीकी, ख़लील अली, शाहनवाज़ हुसैन, मोहम्मद अमीर सहित अन्य लोग शामिल रहे। खालिद रशीद फिरंगी महली ने सेमिनार की सफलता की मुबारकबाद पेश की।

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