सीतापुर (पंच पथ न्यूज़)। जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर ने शुक्रवार को एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के तहत चयनित दरी उद्योग इकाइयों का खैराबाद क्षेत्र में औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने उत्पादन, रंगाई, डिज़ाइन, गुणवत्ता मानकों और पैकेजिंग तक की पूरी प्रक्रिया को बारीकी से परखा।

डीएम सबसे पहले बदरूज्जमा, फखरूज्जमा और सदरूलजमा की दरी इकाई पर पहुंचे, जहां उन्होंने कारीगरों से दरी बुनाई की पारंपरिक तकनीक एवं वर्तमान में अपनाई जा रही आधुनिक विधियों पर बातचीत की। जिलाधिकारी ने उत्पादन स्थल पर मौजूद मशीनों, कच्चे माल की उपलब्धता, रंगाई प्रक्रिया और तैयार उत्पाद की पैकिंग व्यवस्था की भी गहन समीक्षा की।

निरीक्षण के दौरान मैसर्स आईएनसी रग्स के प्रतिनिधि मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने उनसे सीतापुर में निर्मित दरियों के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग, निर्यात की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। प्रतिनिधि ने बताया कि सीतापुर की हैंडमेड दरियाँ अपनी गुणवत्ता और डिजाइन के कारण विदेशी बाजारों में काफी लोकप्रिय हैं।

डॉ. राजागणपति आर ने इकाई स्वामियों को उत्पादन बढ़ाने, गुणवत्ता बनाए रखने और कारीगरों को नियमित प्रशिक्षण देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ओडीओपी योजना का उद्देश्य जनपद की पारंपरिक कला को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना और कारीगरों को मजबूत आर्थिक आधार प्रदान करना है। जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि प्रशासन दरी उद्योग के विस्तार के लिए आवश्यक सहयोग और सभी उपलब्ध संसाधन उपलब्ध कराता रहेगा।
निरीक्षण के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। पूरे कार्यक्रम के दौरान डीएम ने क्षेत्रीय कारीगरों को प्रोत्साहित करते हुए बेहतर कार्य हेतु शुभकामनाएँ दीं।



