
पति पत्नी दोनों है आईपीएस अधिकारी, लाखों का पैकेज छोड़ सिविल सेवा का चुना रास्ता
सीतापुर। जनपद में 20 माह से अधिक का लम्बा समय बिताने के बाद पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र का तबादला कर दिया गया। देर रात हुए तबादलों में आईपीएस चक्रेश मिश्र को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में बतौर एसपी की तैनाती दी गई है।
जनपद की कानून व्यवस्था व सुरक्षा अब आईपीएस अंकुर अग्रवाल के ज़िम्मे सौंपी गई है। देर रात शासन से हुए आईपीएस तबादलों में सीतापुर पुलिस कप्तान समेत कई अन्य जनपद के कप्तान भी सवार थे जिसमें बाँदा ज़िले से तबादला कर सीतापुर भेजे गए आईपीएस अंकुर अग्रवाल भी सवार थे।
अंकुर अग्रवाल 2016 बैच के आईपीएस है। इंजीनियरिंग की शिक्षा लेने और लाखों के पैकेज की नौकरी छोड़कर आईपीएस बने अंकुर अग्रवाल को अब जिले की कानून व्यवस्था पर नियंत्रण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मूलतः हरियाणा के अम्बाला ज़िले के रहने वाले है। बताते है कि अंकुर अग्रवाल की आईपीएस बनने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है।
अंकुर अग्रवाल प्राथमिक शिक्षा अंबाला से ग्रहण करने के बाद उन्होंने इलेक्ट्रिक एंड इलेक्ट्रॉनिक ट्रेड से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बंगलुरू में सॉफ्टवेयर कंपनी में लाखों के पैकेज की नौकरी की। नौकरी के दौरान ही कंपनी ने उन्हें अमेरिका भेज दिया और वहां उन्होंने नौकरी के साथ ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी। अपने पहले ही प्रयास में उन्होंने आईपीएस बनकर देश सेवा का संकल्प लिया।
आपको बताते चलें कि आईपीएस अंकुर अग्रवाल की पत्नी वृन्दा शुक्ल भी आईपीएस अधिकारी है। और वर्तमान में एसपी वुमेन और चाइल्ड सुरक्षा 1090 में तैनात है वृन्दा शुक्ला भी पंचकुला हरयाणा की रहने वाली है। आपको बताते चलें कि अंकुर और वृंदा ने प्राथमिक शिक्षा एक ही स्कूल से हासिल की है, इसके बाद दोनों एक दूसरे से अलग हो गए और वृंदा अमेरिका चली गई। किस्मत ने एक बार फिर से पलटी मारी और अंकुर की कंपनी ने उन्हें भी अमेरिका भेज दिया। इसके बाद दोनों की मुलाकात हुई और दोनों ने यूपीएससी की परीक्षा पास करने का प्रण कर लिया और काम के साथ ही परीक्षा की तैयारी में जुट गए। वृन्दा शुक्ला महिला शशक्तिकरण के लिए लगातार काम करती रहती है। और इनके पति अंकुर अग्रवाल साइबर अपराधों जैसे गंभीर मामलों पर कड़ी नज़र रखते है।
दिलचस्प बात यह कि वृन्दा शुक्ला 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं तो वहीं अंकुर अग्रवाल उनसे दो साल जूनियर 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। आईपीएस बनने के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला लिया और विवाह के बंधन में बंध गए। एक बार ऐसा मौका भी आया जब दोनों को गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट में एक साथ तैनाती मिली। यहां अंकुर एडीसीपी सेंट्रल और वृंदा डीसीपी महिला सुरक्षा के रूप में तैनात रहीं। गौतम बुद्ध नगर में दोनों की तैनाती के दौरान कुछ मामले ऐसे भी आए की पति पत्नी एक दूसरे को रिपोर्ट करते थे।
वर्तमान में अब आईपीएस अंकुर अग्रवाल सीतापुर ज़िले की कमान संभालेंगे और कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखने की कड़ी चुनौती होगी और देखना होगा नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस अंकुर अग्रवाल की प्राथमिकताएं क्या रहेंगी।