
- नगर पालिका अध्यक्ष नेहा अवस्थी की पहल पर स्थापित की गई प्रतिमा
(पंच पथ न्यूज़)
सीतापुर। शनिवार को सीतापुर एक दिवसीय दौरे पर पहुँचे। डिप्टी सीएम हेलीकॉप्टर के द्वारा सीतापुर पहुँचे उनका हेलीकॉप्टर तय समयनुसार राजकीय इंटर कॉलेज सीतापुर में बने हैलीपैड पर उतरा जिसके बाद वहां पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों व भाजपा नेता कार्यकर्ताओं ने उपमुख्यमंत्री का स्वागत किया।
जिसके बाद वह अपने काफिले के साथ सीधा आँख अस्पताल के सामने स्थित अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण किया। यह प्रतिमा नगर पालिका अध्यक्ष नेहा अवस्थी द्वारा बनवाई गई है। जिसका अनावरण करने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक प्रभारी मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह समेत भाजपा नेता व पदाधिकारी मौजूद रहे।उपमुख्यमंत्री हुए घायल-
अनावरण के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को हाथ ने एक कील लग गई जिससे उनके हाँथ में खरोच आ गई। इसके बावजूद डिप्टी सीएम ने अपना कार्यक्रम जारी रखा। मौके पर मौजद डॉक्टर गौरव मिश्रा ने उनका तुरंत प्राथमिक उपचार किया। डॉ गौरव मिश्रा से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि पर्दा हटाते टाइम उपमुख्यमंत्री जी को कील गई जिससे उनके हाथ मे हल्की खरोच आई थी जिसे मौके पर ही प्राथमिक उपचार दे दिया गया घबराने की कोई बात नहीं है।
मूर्ति अनावरण के इस विशेष अवसर पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, विधायक, पार्टी पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं आमजन मौजूद रहे।

कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने संबोधन में अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और योगदान को याद करते हुए कहा:
“अहिल्याबाई होल्कर ने नारी शक्ति और प्रशासनिक दक्षता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। उनका जीवन समाजसेवा, धार्मिक सहिष्णुता और लोकहित के कार्यों से प्रेरणादायक है। उनकी मूर्ति से आज की युवा पीढ़ी को सीख मिलेगी कि जनसेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।”
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जब ठेठ देसी भाषा मे सभा को किया संबोधित-
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जब ठेठ देसी भाषा मे सभा को संबोधित किया तो पूरी सभा मे तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी, पाठक ने कहा हमरी बहिनी बिटिया का घामों न लगाए तो सुबेहरें चल दिये जिम्मा पहले कार्यक्रम किएन जाएं जिम्मा दुपहारें औरें काम हुई जी हैंय।

नेहा अवस्थी ने इस अवसर पर कहा कि:
“यह मूर्ति सीतापुर नगरवासियों को नारी सशक्तिकरण और संस्कृति की स्मृति दिलाएगी। अहिल्याबाई जैसी महान विभूतियों को सम्मान देना हम सबकी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर सुरक्षा और व्यवस्था के व्यापक इंतज़ाम किए गए थे। स्थानीय जनता ने भी इस आयोजन को सराहा और मूर्ति स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धांजलि अर्पित की।
समाप्ति में, यह कार्यक्रम सीतापुर के सांस्कृतिक और सामाजिक परिदृश्य में एक नया अध्याय जोड़ता है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।