
(पंच पथ न्यूज़) सीतापुर। रामपुर मथुरा ब्लॉक में बह रही घाघरा नदी ग्रामीणों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। घाघरा नदी के लगातार बढ़ते जा रहे जल स्तर के कारण सैकड़ों बीघा उपजाऊ ज़मीन नदी अपने मे समा चुकी है। तो वहीं लगातार बढ़ते जलस्तर से बुधवार को एक सरकारी विद्यालय भी नदी में समा गया और विद्यालय के साथ साथ कई मकान भी नदी में समा गए। रामपुर मथुरा के कंपोजिट विद्यालय शुक्लापुरवा घाघरा की उफनती लहरों में समा गया। बताया जा रहा है इस विद्यालय में करीब 146 बच्चे पढ़ते थे जिनका अब भविष्य अंधकार में डूबता दिखाई दे रहा है।
तो वहीं ग्राम पंचायत लोधन पुरवा, मजरे कुन्ना पुरवा, रामरूप पुरवा का भी अस्तित्व मिट चुका है। इन मजरों के आधा सैकड़ा घर नदी में समा जाने के कारण करीब सैकड़ों ग्रामीण बेघर हो गए और खुले आसमान के नीचे जीवन बिताने को मजबूर हैं।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि अब तक प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की राहत सामग्री नहीं दी गई है। खुले में जीवन जी रहे परिवारों को खाने पीने की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। और इसके साथ साथ इस बारिश के मौसम में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। और सुरक्षित आश्रय की तलाश में हैं। ग्रामीणों से प्रशासन से तत्काल मदद की गुहार लगाई है।