
सीतापुर (पंच पथ न्यूज़)। बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) और एक प्रधानाध्यापक के बीच हुआ विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते दिनों प्रधानाध्यापक द्वारा बीएसए को बेल्ट से पीटने का मामला सामने आया था, जिसके बाद घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। विवादों का केन्द्र नज़र आती शिक्षिका पर भी कार्रवाई हो गई है।
सूत्रों के अनुसार विवाद के केंद्र में आई शिक्षिका का पहले वेतन रोका गया और बाद में उच्चाधिकारियों के आदेश पर उसे निलंबित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि प्रधानाध्यापक की पत्नी सीमा वर्मा ने भी सामने आकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पति को शिक्षिका की उपस्थिति दर्ज करने के लिए दबाव डाला जाता था, जबकि उनके पति इसके विरोध में थे। इसी कारण बीएसए और प्रधानाध्यापक के बीच तनातनी बढ़ गई।
सीमा वर्मा का आरोप है कि बीएसए उनके पति को लगातार परेशान कर रहे थे। पहले स्कूल में हुए कार्यों का तीन साल का ब्यौरा मांगा गया और जब वह उपलब्ध करा दिया गया तो दस साल का ब्यौरा भी मांगा गया। उनके मुताबिक दबाव बनाने के लिए बीएसए कार्यालय बुलाया गया और वहीं विवाद ने गंभीर रूप ले लिया।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक आशा मौर्य ने कहा कि अगर प्रधानाध्यापक की कोई शिकायत थी तो उन्हें सही तरीके से अपनी बात रखनी चाहिए थी। वहीं सांसद राकेश राठौर ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षक को भी पीटा गया है, उसकी भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।
बच्चों ने भी स्कूल में प्रदर्शन कर शिक्षिका के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि वह पढ़ाने की बजाय केवल मेकअप करती हैं।
फिलहाल, मामले की जांच जारी है और राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं।