
सीतापुर। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर संगतिन किसान मजदूर संगठन से जुड़े मिश्रिख, मछरेहटा, गोंदलामऊ, महोली, पिसावां, हरगांव, खैराबाद के मजदूर साथियों ने अपने-अपने ब्लाक में एकत्र होकर 1 मई मजदूर दिवस पर मजदूरों से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर बातचीत की। मजदूर दिवस का क्या इतिहास रहा, आज की तारीख में मजदूर साथियों की क्या स्थिति है, चार लेबर कोड क्या है, इसके लागू होने से मजदूर साथियों की जिंदगी पर क्या असर पड़ने वाला है इन सभी विषयों पर विस्तृत चर्चाओं के साथ नारे और गीत गए।
हम मेहनतकश जग वालों से जब अपना हिस्सा मांगेंगे…
एक खेत नहीं एक बाग नहीं, हम सारी दुनिया मांगेंगे…
ऐसे गीत और नारों के साथ रैली निकालते हुए, खण्ड विकास कार्यालय पहुंचकर मनरेगा में रोजगार के लिए तैयार किया हुआ डिमांड सम्बंधित अधिकारी/ कर्मचारी को रिसीव कराया गया। मनरेगा किस तरह से मजदूर साथियों को राहत पहुंचा रही है? और मजदूरी भुगतान समय पर नहीं होने से मजदूर साथी अनेकों समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
मनरेगा कानून हम मजदूरों का कानून है, यह हमारा हक़ है। इसे ठीक से लागू कराने का हमारा संघर्ष जारी है, जारी रहेगा… यह कहना है संगतिन किसान मजदूर संगठन से जुड़े लोगों का।
जनपद में 2,47,000 से अधिक श्रमिकों का निर्माण श्रमिक के रूप में पंजीयन कराया जा चुका है।